रिलायंस की Rosneft के साथ बड़ी डील, पलट दिया तेल का पूरा खेल

रूस की तेल कंपनी रोस नेफ्ट और भारत की रिलायन्स के बीच सबसे बड़ी ढील हुई है। इस ढील के तहट रूस रिलायन्स को हर दिन करीब 5 लाग वैरल तेल देगा।ये ढील 10 साल के लिए हुई है और इस ढील की रकम 13 अरब डॉलर के करीब होगी। चलिए जानते हैं कि ये ढील भारत, रूस और रिलायन्स के लिए क्या माइने रखती है। ये ढील भारत और रूस के बीच अप तक की सबसे बड़ी तेल सप्लाइ ढील है। रोसनेफ, जो रूस की तेल कंपनी है, रिलायन्स को हर दिन 5 लाग बैरल तेल भेजेगा। अगर इसे पूरे साल के सापसे देखा जाए, तो ये ग्लोबल तेल सप्लाइ का आदा फीजडी हिस्सा बनता है। इसका मतलब ये है कि ये ढील बहुत बड़ी है। ये ढील 13 अरब डॉलर की है, जो की भारत और रूस के रिष्टो को और मजबूत करेगी। ये ढील ऐसे समय में हुई है, जब रूस पर पश्चिमी देशों ने बैन लगाए हुए हैं। इन प्रतिबंदों के कारण रूस को तेल बेशने में दिक्कत हो रही थी, लेकिन भारत ने रूस से तेल खरीदने में बढ़ोत्री की है। अब भारत रूस का तबसे बड़ा तेल खरीदार बन चुका है। इस से साफ होता है कि भारत और रूस के बीच एनरजी कारोबार काफी मज़्बूत हो गया है। Reliance के ये डील बहुत फायदेबंध हो सकती है, क्योंकि रूस से सस्ता तेल मिल रहा है और इस से Reliance को अपनी रिफाइणिंग चम्ता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इस डील के तहत Reliance को रूस से मध्यम सलफर और डीजल समरत तेल मिलेगा, जो भारती रिफाइंवियों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस तेल पर तीन डौलर पती बैरल का डिसकॉंट भी मिलेगा, जो Reliance के लिए एक बड़ा फायदा है। भारत को इस डील से बहुत फायदा मिलने वाला है। भारत पहले मद्यकूर्ष से तेल आयात करता था, लेकिन अब रूस से सस्ता तेल मिलने के कारण भारती कंप्रियों को जाधा मुनाफ़ा हो सकता है। इसके एलावा, भारत को अब उर्जा अपूर्ती के लिए रूस से जाधा तेल मिलेगा, जिससे भारत को उर्जा सुरक्षा में मदद मिल सकती है। ये डील ग्लोबल एनरजी कारोबार पर भी अफ़र डाल सकती है। पहले एउरोपिये देश रूस से जाधा तेल खरीद थे, लेकिन अब भारत रूस का सबसे बड़ा तेल खरीदार बन चुका है। इससे मद्यमपूर्व के देशों जैसे साऊधी अरब को भारत में बड़ा काम्पिटीशन का सामना करना पड़ेगा। भारत को अपनी जर काम्पिटी रूस नेफट और भारत की रिलायन्स के बीच हुई इस बड़ी दील के बारे में क्या आप सूचते हैं, कमेंट करके बताएं।